ज़िन्दगी की तलाश इस कदर गहरी हुई, बे निशान बे निशान सी ज़िन्दगी हुई। ज़िन्दगी की तलाश इस कदर गहरी हुई, बे निशान बे निशान सी ज़िन्दगी हुई।
मैं इत्मिनान से सुबह सुबह चाय पका रही हूँ। मैं इत्मिनान से सुबह सुबह चाय पका रही हूँ।
दूर रखा था जिसको, हर रस्म हर रिवाज से... दूर रखा था जिसको, हर रस्म हर रिवाज से...
हर बेटी के पिता के दिल में रहता है यह आरमान कब बेटी डोली में बैठे, पूरे हो अरमान। हर बेटी के पिता के दिल में रहता है यह आरमान कब बेटी डोली में बैठे, प...
खटमल कह लो, जोंक कह लो या कह लो पिस्सू। कुछ भी कह लो पर अब न छोड़ी जाय कुर्सी।। कुर्सी की खातिर ... खटमल कह लो, जोंक कह लो या कह लो पिस्सू। कुछ भी कह लो पर अब न छोड़ी जाय कुर्सी।।...
चला है नया चलन और भेड़ चाल, दिवाली रह गई है गिफ्ट वाली, नहीं है इसमे कोई बात शगुन वाली... चला है नया चलन और भेड़ चाल, दिवाली रह गई है गिफ्ट वाली, नहीं है इसमे कोई बात शगु...